एक एक करके तिरंगे में लिपटे, ताबूत आते चले गये। एक एक करके तिरंगे में लिपटे, ताबूत आते चले गये।
आओ बुने ख्वाबों को धरातल देते हैं आंखों में उतारी तस्वीर से रूबरू होते हैं। आओ बुने ख्वाबों को धरातल देते हैं आंखों में उतारी तस्वीर से रूबरू होते हैं।
मेरी तो बस एक ही तमन्ना है इस माटी पर ही मर मिटना है जब तक चलती रहे सांसे मेरी, हर सांस से मुझे आ... मेरी तो बस एक ही तमन्ना है इस माटी पर ही मर मिटना है जब तक चलती रहे सांसे मेरी...
जब लोग बड़े तो होते हैं,पर बड़े नही होते! जब लोग बड़े तो होते हैं,पर बड़े नही होते!
दुनिया को मिले जहाँ स्वार्थ वो तो बस वही होगा। दुनिया को मिले जहाँ स्वार्थ वो तो बस वही होगा।
हैं हौसले बुलंद, गर चाहूँ चांद छू लूँ। बाँध रखे जो मुझको, ऐसी नहीं बनी जंजीर।। हैं हौसले बुलंद, गर चाहूँ चांद छू लूँ। बाँध रखे जो मुझको, ऐसी नहीं बनी जंजीर।...